रायपुर. छत्तीसगढ़ के मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस की महिला शाखा ने मंगलवार को राज्य में महिलाओं के खिलाफ अपराध की घटनाओं में कथित वृद्धि के विरुद्ध प्रदर्शन किया तथा भाजपा के नेतृत्व वाली सरकार और पुलिस की आलोचना की. प्रदर्शन के दौरान राजधानी रायपुर के सिविल लाइंस स्थित मुख्यमंत्री के सरकारी आवास का घेराव करने जा रही महिला कांग्रेस कार्यकर्ताओं की कोशिश को ओसीएम चौक के पास तैनात भारी पुलिस बल ने नाकाम कर दिया. यहां बैरिकेड लगाए गए थे.
पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, प्रदेश अध्यक्ष दीपक बैज, महिला शाखा की प्रमुख फूलोदेवी नेताम और विधायकों सहित पार्टी के कई वरिष्ठ नेताओं को वहां पुलिसर्किमयों ने रोक दिया. सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर निशाना साधते हुए बघेल ने आरोप लगाया कि पूरे राज्य में कानून-व्यवस्था की स्थिति ध्वस्त हो गई है और बलात्कार, लूट तथा हत्या की घटनाएं लगातार हो रही हैं.
उन्होंने कहा कि सत्ताधारी भाजपा महिलाओं के खिलाफ बढ़ते अपराध को रोकने में विफल रही है और ऐसे मामलों में आरोपियों को बचाने में लगी हुई है, जो दुर्भाग्यपूर्ण है.
भारी बारिश के बावजूद मंगलवार को सैकड़ों महिलाएं विरोध प्रदर्शन करने पहुंचीं. बलात्कार की घटनाओं का हवाला देते हुए बघेल ने आरोप लगाया कि केशकाल (कोंडागांव) की घटना में एक महिला से बलात्कार के 20 दिन बाद प्राथमिकी दर्ज की गई और इसी तरह दुर्ग के एक स्कूल में नाबालिग छात्रा से कथित तौर पर बलात्कार किया गया, लेकिन कथित घटना के दो महीने बाद मामला दर्ज किया गया.
फूलोदेवी नेताम ने कहा कि छत्तीसगढ़ में न तो लड़कियां और न ही महिलाएं सुरक्षित हैं तथा पुलिस ने उनके खिलाफ अपराध की घटनाओं पर आंखें मूंद ली हैं. उन्होंने आरोप लगाया कि बलात्कार पीड़िता को न्याय दिलाने के बजाय उन्हें थानों में अपमानित किया जा रहा है. रायपुर पुलिस ने विरोध प्रदर्शन को देखते हुए राजधानी में बड़ी संख्या में सुरक्षार्किमयों को तैनात किया था और मुख्यमंत्री निवास की ओर जाने वाली सड़कों पर कई जगहों पर बैरिकेडिंग की थी.