महादेव ऑनलाइन सट्टेबाजी एप से जुड़े 6000 करोड़ रुपये के घोटाले के मुख्य आरोपी सौरभ चंद्राकर को गिरफ्तार कर लिया गया है।
यह गिरफ्तारी इंटरपोल के रेड कॉर्नर नोटिस के आधार पर हुई है, जिसे प्रवर्तन निदेशालय (ED) के अनुरोध पर जारी किया गया था।
सौरभ चंद्राकर, जो पहले छत्तीसगढ़ के भिलाई में एक साधारण जूस की दुकान चलाता था, अब 6000 करोड़ रुपये के इस सट्टेबाजी घोटाले का मुख्य कर्ताधर्ता बन चुका है।
महादेव एप के जरिए उसने ऑनलाइन सट्टेबाजी का एक बड़ा साम्राज्य खड़ा कर लिया था, जिसमें देशभर से हजारों लोग फंसे हुए हैं।
सौरभ चंद्राकर की गिरफ्तारी के बाद ED ने इस मामले में कई महत्वपूर्ण दस्तावेज जब्त किए हैं। ED, विदेश मंत्रालय (MEA) और गृह मंत्रालय (MHA) के संयुक्त प्रयासों के चलते सौरभ चंद्राकर को दुबई में पकड़ा गया है। इंटरपोल द्वारा जारी रेड कॉर्नर नोटिस ने इस बड़ी गिरफ्तारी में अहम भूमिका निभाई है।
सौरभ चंद्राकर ने महादेव एप के जरिये सट्टेबाजी के धंधे को बड़े पैमाने पर फैलाया। इस एप के जरिए करोड़ों रुपये का सट्टा लगाया जा रहा था, जिसका सीधा फायदा चंद्राकर को मिल रहा था। ED अब इस मामले में बाकी आरोपियों पर भी शिकंजा कसने की तैयारी कर रही है।
ED और इंटरपोल की इस बड़ी कार्रवाई से एक अंतरराष्ट्रीय सट्टेबाजी नेटवर्क का पर्दाफाश हुआ है। अब ED चंद्राकर को भारत लाने की प्रक्रिया में जुटी है।