मुंगेली प्रीतेश अज्जू आर्य ✍🏻// नगर पालिका उपाध्यक्ष पद को लेकर मुंगेली में सियासी सरगर्मी तेज हो गई है। कांग्रेस के पास बहुमत होने के बावजूद उपाध्यक्ष पद की राह इतनी आसान नहीं दिख रही, क्योंकि भाजपा भी पूरे दमखम के साथ मैदान में उतर चुकी है।
संख्या समीकरण:
22 सीटों वाली नगर पालिका में कांग्रेस के 11, भाजपा के 10 और 01 निर्दलीय पार्षद हैं। अध्यक्ष पद कांग्रेस के खाते में जाने के बाद अब उपाध्यक्ष पद पर किसका कब्जा होगा, इस पर सभी की निगाहें टिकी हैं।
कांग्रेस से प्रमुख दावेदार
अरविंद वैष्णव – कांग्रेस के मजबूत नेता, 5 बार पार्षद रह चुके हैं और तीन अलग-अलग वार्डों से जीत चुके हैं।
आयशा मकबूल ख़ान – नगर पालिका के इतिहास में अब तक कोई महिला उपाध्यक्ष नहीं बनी, इसलिए महिला सशक्तिकरण की भी झलक देखने को मिल सकती है
सूरज यादव – पहली बार चुनाव लड़े और भाजपा के गढ़ शिवाजी वार्ड में कांग्रेस का परचम लहराया।
गौरी श्रवण सोनकर – नगर पालिका के इतिहास में अब तक कोई महिला उपाध्यक्ष नहीं बनी, जिससे उनका नाम भी चर्चा में है।
भाजपा से प्रमुख दावेदार
मोहन मल्लाह – पूर्व उपाध्यक्ष, शांत स्वभाव के नेता हैं और अनुभव रखते हैं।
जय प्रकाश मिश्रा – वर्तमान में विधायक प्रतिनिधि है और पूर्व में भी पार्षद और सभापति रह चुके है और विधायक के बहुत करीबी भी माने जाते है
जितेंद्र दावड़ा – लगातार दूसरी बार पार्षद बने, सरल स्वभाव के कारण वरिष्ठ नेताओं की पसंद माने जा रहे हैं।
विजयलक्ष्मी अवधेश शुक्ला — नगर पालिका के इतिहास में अब तक कोई महिला उपाध्यक्ष नहीं बनी, इसलिए महिला सशक्तिकरण की भी झलक देखने को मिल सकती है
अब देखना यह होगा कि निर्दलीय पार्षद किसका समर्थन करते हैं और क्या कांग्रेस अपनी ही पालिका में इस पद को सुरक्षित रख पाती है या भाजपा कोई सियासी उलटफेर कर देती है। आने वाले कुछ दिनों में तस्वीर साफ हो जाएगी।