आज शिवमहापुराण कथा का 9वा दिवस शिव कथा” की दिव्यता से गुंजायमान हुआ मुंगेली

मुंगेली ✍🏻आज शिवमहापुराण कथा का 9वा दिवस विश्राम है, मुख्य यजमान मिथिलेश केसरवानी एवं कनक केसरवानी के अथक प्रयास और संकल्प ने पूरे नगर और गांव और आस पास के भगत को तृप्त कर दिया सभी आए हुए श्रोताओं के मुख से यही सुनने को मिल रहा था कि बहुत अच्छा शिव महापुराण कराया हम सब पूरे परिवार को बहुत आशीर्वाद देते सुना बहुत खुश है,शिव साधकों का आपारजन सैलाब ने पूरे पंडाल को महादेव की गूंज और कथा की महिमा से आध्यामिकता पूरे शरीर को अंदर से कंपित कर दिया आज 12ज्योतिर्लिंग की कथा संक्षिप्त में कही और आगे कहा कि कोई भी भगत ॐ नमः शिवाय का जाप कोई भी अवस्था में जप सकते है,भगवान श्री राम जी ने लंका विजय से पहले बालू से अपने कर कमलों से पार्थिव शिवलिंग का पूजा किया वही ज्योतिर्लिंग रामेश्वर के नाम विख्यात हुए,जो शिव की भगति करते है,उसे मुक्त आत्मा होती है मल्लिका अर्जुन जो मल्लिका नदी के पास है उनके बारे में बताया जहां कार्तिक भगवान ने पूजा किया था फिर महाकाल की महिमा,आगे कहा महादेव जो कुछ भी देता है
वह निरन्तर रहता हैं महादेव के भगत को लालची नहीं होना चाहिए और कहा महादेव टोटके के देव नहीं हैं कर्म श्रेष्ठ रखो,कोई किसी का बाल भी बाका नहीं कर सकता उसके बाद बाणासुर और रावण की भगति की महिमा वर्णन किया और बाणासुर ने महादेव से 1000हाथ वरदान स्वरूप मागा और कहां की आप दो हाथ से इतना सामर्थ दे सकते है तो 1000हाथ से क्या नहीं दे सकते, पंच केदार की कथा तुंगनाथ महादेव इस धरती में सबसे ऊंचाई में स्थित है,त्रयंबकेश्वर महादेव ये ब्रह्मा,और शंकर का प्रतीक सुधर्मा महादेव के बारे मे बताया कहा कि मैं महादेव से मांगने के लिए भगति नहीं कर रहा हूं और अंत में कहा सभी भगति से पहले अपने देश भारत पर प्रेम होनी चाहिए और अंत में कहा हमे जीवन दो कार्य करे पहला रक्तदान करे,दूसरा मतदान करे. कार्यक्रम के आयोजक दिनानाथ केशरवानी, संतोष केशरवानी, आनंद केशरवानी, नवीन केशरवानी नें समस्त नगरवासियो को कार्यक्रम सफल बनाने के लिए धन्यवाद दिया उसके बाद गिरी बापू जी ने मुंगेली के सभी लोगों को खूब आशीर्वाद दिया पूरे आयोजक परिवार को बहुत आशीर्वाद दिया जिसके बदौलत सभी को महादेव की कथा सुलभ हो सका।