Chhattisgarh
गणेश चतुर्थी आज, पंडालों में पहुंची विघ्नहर्ता की प्रतिमा

आज़ बुधवार गणेश चतुर्थी है. इस अवसर पर विघ्नहर्ता के स्वागत के लिए पूजा पंडालों व घरों में विशेष तैयारी की गयी है. पूजा के दौरान कई कार्यक्रमों का आयोजन होगा.
आज गणेश चतुर्थी पर चित्रा नक्षत्र, बुधवार और भाद्रपद महीने की चतुर्थी तिथि से शुभ संयोग बन रहा है। गणेश पुराण में बताया गया है कि ऐसे ही संयोग में देवी पार्वती ने दोपहर के समय गणपति की मूर्ति बनाई थी, जिसमें भगवान शिव ने प्राण डाले थे। आज गणपति की स्थापना के लिए शाम 6.11 तक शुभ मुहूर्त रहेंगे
भादौ महीने की इस गणेश चतुर्थी पर गणपति को सिद्धि विनायक रूप में पूजने का विधान है। इस रूप की पूजा भगवान विष्णु ने की थी और ये नाम भी दिया।
गणेश जी के सिद्धि विनायक रूप की पूजा हर मांगलिक काम से पहले होती है। माना जाता है गणेश जी का ये रूप सुख और समृद्धि देने वाला होता है। इनकी पूजा से हर काम में सफलता मिलती है। इसलिए इन्हें सिद्धि विनायक कहते हैं
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