रायपुर। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने संगठन में अनुशासन और पारदर्शिता बनाए रखने के उद्देश्य से दो विवादित मंडल अध्यक्षों की नियुक्तियों को रद्द कर दिया है। प्रदेश अध्यक्ष किरण सिंह देव की अनुशंसा पर संगठन मंत्री पवन साय ने यह अहम फैसला लिया है।बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष किरण सिंह देव ने कार्यकर्ताओं की शिकायत पर माना और कवर्धा के पिपरिया मंडल अध्यक्ष की नियुक्ति को रद्द कर दिया है. प्रदेश अध्यक्ष ने कहा, कल भाजपा कार्यालय में बैठक होगी, जिसमें बाकी विवादित जगहों की चर्चा कर पार्टी और कार्यकर्ताओं के हित में निर्णय लेंगे.
27 दिसंबर को होगी समीक्षा –
भाजपा की अपील समिति इन विवादित नियुक्तियों पर 27 दिसंबर को समीक्षा करेगी। माना जा रहा है कि समिति गहन विचार-विमर्श के बाद उचित निर्णय लेगी।
संगठन में अनुशासन प्राथमिकता –
भाजपा संगठन मंत्री पवन साय ने कहा कि पार्टी में अनुशासन और कार्यकर्ताओं के बीच समन्वय सर्वोपरि है। जो भी नियुक्तियां पार्टी के मूल सिद्धांतों और नियमों के विरुद्ध पाई जाती हैं, उन पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
आगे की रणनीति –
सूत्रों के मुताबिक, भाजपा जल्द ही इन मंडलों में नई नियुक्तियों की घोषणा कर सकती है। पार्टी का उद्देश्य आगामी चुनावों के मद्देनजर संगठन को मजबूत और विवादमुक्त रखना है।
भाजपा के इस फैसले के बाद संगठन में हलचल तेज हो गई है, और सभी की निगाहें अब 27 दिसंबर को होने वाली अपील समिति की बैठक पर टिकी हैं।