
छत्तीसगढ़ शराब घोटाला मामले (CG Liquor Scam Case) में पूर्व आबकारी मंत्री कवासी लखमा (Kawasi Lakhma) को ईडी (ED) द्वारा गिरफ्तार कर लिया गया है. बुधवार को तीसरी बार पूछताछ के लिए कवासी लखमा ईडी दफ्तर पहुंचे थे, इसी दौरान उनको गिरफ्तार कर लिया गया. प्राप्त जानकारी के अनुसार शाम तक उन्हें कोर्ट में पेश किया जा सकता है. इससे पहले कवासी लखमा से 2 बार ईडी ने लगभग 8-8 घंटे पूछताछ की थी. वहीं आज ईडी दफ्तर में अंदर घुसने से पहले कवासी लखमा ने कहा था कि पूछताछ के बुलाया गया है. इसलिए आया हूं. हमारा देश कानून के हिसाब चलता है,
सीएम साय की दो टूक
सीएम साय ने मकर संक्रांति पर्व के दौरान कहा था कि छत्तीसगढ़ में बीजेपी की सरकार घोटाले करने वालों को नहीं छोड़ेगी. पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार में हुए 2 हजार करोड़ की शराब घोटाले पर जांच चल रही है, जांच में तत्कालीन आबकारी मंत्री से जब पूछताछ हुई, तो मंत्री ने कहा मैं तो अनपढ़ हूं, अधिकारी जहां बोले वहां मैं दस्तखत कर दिया. इस बयान से सीधे तौर पर कम विष्णु देव साय ने बिना नाम लिए कांग्रेस के कोंटा विधायक व पूर्व आबकारी मंत्री कवासी लखमा पर निशाना साधते हुए दिखे. उन्होंने कहा पिछली सरकार में अनपढ़ भी मंत्री थे.
क्या है शराब घोटाला मामला?
छत्तीसगढ़ शराब घोटाले मामले में ED जांच कर रही है. ED ने ACB में FIR दर्ज कराई है. दर्ज FIR में दो हजार करोड़ रुपए से ज्यादा के घोटाले की बात कही गई है. ED ने अपनी जांच में पाया कि तत्कालीन भूपेश सरकार के कार्यकाल में IAS अफसर अनिल टुटेजा, आबकारी विभाग के एमडी AP त्रिपाठी और कारोबारी अनवर ढेबर के अवैध सिंडिकेट के जरिए घोटाले को अंजाम दिया गया था