मुंगेली प्रीतेश अज्जू आर्य ✍🏻बसंत पंचमी के पावन अवसर पर आज शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय छ ट न मे विद्यादायिनी मां सरस्वती के पूजन का कार्यक्रम आयोजन किया गया lसरस्वती वंदना ,या कुंदेंदु तुषार हार धवला के साथ कार्यक्रम का शुभारंभ हुआl कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि डॉ रामबाबू मिश्रा ने बताया कि बसंत ऋतु के आगमन के साथ ही प्रकृति में नित्य नए परिवर्तन होने लगते हैं पुष्प पल्लवित होने लगते हैं प्रकृति में श्रृंगार रस उत्पन्न होने लगती है कार्यक्रम अधिकारी मोहन उपाध्याय ने बताया कि बसंत ऋतु के आगमन के साथ ही बननमें बागन में बगर यो बसंत हैl हर तरफ प्रकृति सुंदर पीले पीले फूल खुशबू महकते सुंदर सी मधुर मंद पवन बहने लगते हैं इसे ऋतुराज बसंत भी कहा जाता हैl माघपूर्णिमा के पंचमी को बसंत पंचमी मनाया मनाया जाता है कार्यक्रम को जय सिंह मरकाम ने संबोधित करते हुए बताया कि मां सरस्वती के पूजन करने से हमें विद्या प्राप्त होती है विद्या प्राप्त हो जाने से विनय प्राप्त होती विनय से हमें योग्यता फिर धन-धर्म और सुख की प्राप्ति होती हैl इस अवसर पर राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई द्वारा वार्षिक परीक्षा के Aप्रमाण पत्र हेतु आयोजित किया गया जिसमें 42 स्वयंसेवक उपस्थित रहे जिला संगठ कश्री एन के पुर लेके मार्गदर्शन में यह परीक्षा आयोजित किया गया lइस अवसर पर झमेशपटेल ,ओमप्रकाश साहू, कमल सिन्हा, मीरकंठ साहू , बलदाऊप्रसाद साहू, देवेंद्र सप्रे ,सेवक साहू, शिवरानी ,कुमारी तितरि बुनकर, कुमारी निशा, किसन, दामिनी, देवकी साहू, देवमती सहित छात्र-छात्र उपस्थित रहेl
बसंत पंचमी के अवसर पर आज शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय छटन मे मां सरस्वती के पूजन का कार्यक्रम आयोजन किया गया

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