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एसडीएम कटघोरा ऋचा सिंह पर भूमाफिया के एजेंट होने का आरोप, दीपका क्षेत्र में अधिग्रहित मलगांव में तोड़े जा रहे हैं ग्रामीणों के मकान


भू-अर्जन शाखा का बाबू भी खेल में शामिल, सीएम से शिकायत के बाद भी खेल जारी

बिलासपुर/कोरबा। कोरबा जिले के कटघोरा में पदस्थ एसडीएम ऋचा सिंह एसईसीएल दीपका क्षेत्र में अधिग्रहित मलगांव में प्रभावित ग्रामीणों मकान को जबरन बलपूर्वक तोड़ने के के लिए दबाब बनाने और ग्रामीणों परिवारों को धमकने के वजह से विवादों में आ गईं है। एसडीएम ऋचा सिंह के कार्यप्रणाली से ग्रामीणों में प्रदेश सरकार के लिए नाराजगी बढ़ गई है। एसडीएम इस काम में भू-अर्जन शाखा में पदस्थ बाबू भी विवादों के घेरे में है।

दीपका क्षेत्र में अधिग्रहित मलगांव के करीब 45 से ज्यादा प्रभावित गांववालों ने इसकी​ शिकायत मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय और कलेक्टर से की है। प्रभावित गांववालों ने अपने शिकायत में कहा कि कटघोरा एसडीएम ऋचा सिंह एसईसीएल अफसरों के दवाब में आकर ग्रामीणों को धमका रही है, इनके साथ भू-अर्जन शाखा में पदस्थ बाबू मनोज कुमार गोभिल वसूली एजेंट बना हुआ है।

शिकायत में यह भी कहा गया है इससे पहले विधानसभा चुनाव के समय एसडीएम ऋचा सिंह ने कांग्रेस सरकार को वोट नहीं देने पर ग्रामीणों के घरों के तोड़ की धमकी देकर कांग्रेस को वोट देने की दवाब बनाया गया था। अब जब कांग्रेस की सरकार नहीं तो वो प्रभावित परिवारों से बदला लेने की भावना से काम कर रही हैं। ग्रामीणों के मकान तोड़े जा रहे हैं।

मुआवजा मूल्यांकन में, मकान तोड़ने की बना रही दबाव

मलगांव के प्रभावित परिवारों की महिलाओं ने एसडीएम द्वारा भू-अर्जन शाखा के जरिए दीपका क्षेत्र के द्वारा अधिग्रहित किए गए ग्रामीणों के राजस्व अभिलेख में दर्ज मकान, पेड़, पौधा, कुआ, बोर, बाथ रूम, टायलेट इत्यादि परिसम्पत्तियों के नापन और सर्वे उपरांत मूल्यांकन कर जो मुआवजा बनाया गया है वह सही न बना कर छलकपटपूर्वक बनाया गया है। ग्रामीणों के साथ छल किया जा रहा है।

प्रभावित परिवारों का कहना है कि ग्राम मलगांव के निवासियों में से अधिकांश गरीब वर्ग के व्यक्तियों का मुआवजा राशि कम बनाया गया है बाहरी या पहुंच वालों का मुआवजा राशि करोड़ों में बनाया गया है। जिसमें एसडीएम कटघोरा रिचा सिंह एवं वहां पदस्थ बाबू मनोज कुमार गोभिल उनका साथ दे रहे हैं।

ग्रामीणों को दी जा रही है जेल भेजने की धमकी

प्रभावित परिवार के दिलराज पिता कन्हैया कंवर ने बताया कि एसडीएम की करतूत सामने लाने पर उन्हें जेल भेजने की धमकी दी जा रही है। दिलराज बताते है कि एसडीएम अपने स्टाफ के साथ गांव में आकर प्रभावशाली के यहां बैठ कर कूटरचना रचित करते हुए जबरन मकान को तोड़ने का दबाव बना कर ग्रामीणों का धमकी देती हैं। इस मामले ​की शिकायत थाना प्रभारी हरदी बाजार को अपने पत्र कमांक 4228/अविअ/भ-अर्जन /2023 कटघोरा द्वारा 16 नवंबर 2023 के द्वारा की गई है, जो लंबित है।

प्रभावित परिवारों का कहना है ​कि शासन की छवि धूमिल करने वाली अधिकारी को तुरंत पद से हटाया जाए। अफसर द्वारा सीधे सीधे छत्तीसगढ़ सिविल सेवा नियम की धज्जियां उठाई जा रही है। प्रभावित परिवारों ने अपने शिकायत में कहा है कि अगर ग्रामीणों के साथ कोई अनहोनी होती है तो इसके लिए एसडीएम कटघोरा रिचा सिंह एवं वहां पदस्थ बाबू मनोज कुमार गोभिल ही जिम्मेदार होंगे।

ग्रामीणों के समर्थन में आए पूर्व मंत्री ननकीराम कंवर

रमन सरकार के पूर्व मंत्री ननकीराम कंवर ने कोरबा जिले के कटघोरा में पदस्थ एसडीएम ऋचा सिंह पर विधानसभा चुनाव के समय नियम विरूद्ध तरीके से कांग्रेस प्रत्याशी को लाभ पहुंचाने एवं अपने पद का दुरूपयोग करने का आरोप लगाया है। उन्होंने सीएम विष्णुदेव साय को पत्र लिखकर एसडीएम का अन्यत्र स्थानांतरण करने की मांग की है।

पत्र में ननकीराम कंवर ने बताया है कि कटघोरा में पदस्थ एसडीएम ऋचा सिंह हमेशा अपने कार्यकाल एवं पदस्थ स्थान पर विवादित रही है। आम नागरिकों से इनका व्यवहार अच्छा नहीं रहा है। इसके साथ ही कटघोरा जनपद की शासकीय भूमि कब्जा करवाना एवं भू-माफियाओं को सहयोग देना इनके कार्यकाल की पहली प्राथमिकता रही है।

पूर्व मंत्री ननकीराम कंवर ने आरोप लगाया है कि इन अफसर के द्वारा विधानसभा चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी की मदद करने की नियत से एसईसीएल गेवरा, कुसमुंडा ग्राम मलगांव में निवास करने वाले आदिवासी ग्रामीणों को अपने पद का दुरूपयोग करते हुए चुनाव आचार संहिता के समय कांग्रेस प्रत्याशी को वोट नहीं देने पर उनके द्वारा निवास करने वाले मकान को पुलिस का सहारा लेकर तोड़ने की कार्यवाही कई बार की गई है। वर्तमान में भी एसडीएम कटघोरा द्वारा मकान तोड़ने का प्रयास बार-बार किया जा रहा है, जो नियम विरूद्ध है।

ननकीराम ने पत्र में आगे बताया, इस संबंध में मेरे द्वारा चुनाव के दौरान विधानसभा कार्यालय रायपुर एवं दिल्ली को भी इस संबंध में अवगत कराया गया था। कलेक्टर कोरबा को भी इस संबंध में मौखिक रूप से कई बार बताया गया, परंतु आज तक एसडीएम कटघोरा को हटाया नहीं गया है। इसके कारण कभी भी कानून व्यवस्था की स्थिति उत्पन्न हो सकती है। पूर्व मंत्री ननकीराम कंवर ने सीएम से अनुरोध किया है कि कटघोरा एसडीएम ऋचा सिंह द्वारा अपने पद का दुरूपयोग करते हुए कांग्रेस प्रत्याशी को लाभ पहुंचाने की नियत से कार्य किया गया है एवं अपने पदस्थी स्थान पर हमेशा विवादित रही है। ऐसे विवादित अधिकारी का तत्काल अन्यत्र स्थानांतरण करने का निर्देश दें।


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