मुंगेली प्रीतेश अज्जू आर्य ✍🏻छत्तीसगढ़ राज्य सरकार के गठन के एक वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष में सुशासन महोत्सव अंतर्गत आज दिनांक 17/ 12/ 2024 को महाविद्यालय के कांफ्रेंस हॉल में “छत्तीसगढ़ में सुशासन एवं उच्च शिक्षा”(राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के परिप्रेक्ष्य में) विषय पर संगोष्ठी का आयोजन किया गया। संगोष्ठी का शुभारंभ डॉ शोभित बाजपेयी प्राचार्य के द्वारा किया गया ।इनके साथ मंच पर डॉक्टर के.अहमद प्राध्यापक,एस. के.भारती सहा. प्राध्यापक एवं एन. के. पुरले सहा. प्राध्यापक उपस्थित रहे। प्राचार्य डॉ शोभित बाजपेयी ने कहा कि छत्तीसगढ़ में राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के प्रारंभ होने के उपरांत छत्तीसगढ़ में उच्च शिक्षा के क्षेत्र में विद्यार्थियों के लिए कई नए आयाम खुले हैं। उनके द्वारा एनईपी 2020 में समाहित प्राचीन भारतीय ज्ञान परंपरा के संबंध में विस्तार से जानकारी प्रदान की गई। संगोष्ठी में छात्र प्रतिनिधि के रूप में मनीष ठाकुर, इंद्राणी कुर्रे एवं अन्य विद्यार्थियों ने संगोष्ठी विषय पर अपने-अपने विचार रखें।एन के पुरले द्वारा राष्ट्रीय शिक्षा नीति की विशेषताएं, कार्य योजना, विषय चयन, मूल्यांकन प्रणाली आदि की विस्तृत जानकारी दी गई तथा कार्यक्रम का संचालन किया गया। इस अवसर पर महाविद्यालय के प्राध्यापक गण यथा तृप्ति लकड़ा, रामाकांत चंद्राकर, प्रेरणा गुप्ता, राम चरण साहू ,टिकेश्वर राजपूत सहित बड़ी संख्या में महाविद्यालय के छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे। इस कार्यक्रम में एनएसएस के विद्यार्थियों का सक्रिय योगदान रहा।