मुंगेली/ पूर्व माध्यमिक विद्यालय टेमरी में जन्माष्टमी का पर्व धूमधाम से मनाया गया। इस अवसर पर स्कूल के विद्यार्थियों ने राधा, कृष्ण, गोपियां, यशोदा, वासुदेव, सुदामा के रूप में तैयार होकर सभी को आकर्षित किया। साथ ही दही हांडी प्रतियोगिता का आयोजन भी किया गया जिसमें विद्यालय के छात्र-छात्राओं ने बढ चढ़कर हिस्सा लिया। कक्षा सातवीं की छात्रा लेकेश्वरी ने श्री कृष्ण जन्माष्टमी पर्व के महत्व के बारे में बताया। शिक्षक रामपाल सिंह ने पर्व की महत्वता को बताते हुवे कहा कि हमारी सनातन संस्कृति एवं परंपरा को बच्चों में अभिसिंचित करने के उद्देश्य को लेकर विद्यालय में कृष्ण बनो प्रतियोगिता और दही हांडी प्रतियोगिता का आयोजन किया गया जिसको लेकर बच्चों में खासा उत्साह नजर आया। साथ ही बच्चों को बताया गया कि बाल गोपाल के जन्म के उपलक्ष्य पर दही हांडी का पर्व बहुत धूम धाम से पूरे भारतवर्ष में मनाया जाता है। कहा जाता है कि भगवान श्रीकृष्ण बचपन में दही, दूध, मक्खन आदि बहुत शौक़ से खाते थे। कृष्ण से बचाने के लिए उनकी माता यशोदा अक्सर दही हांडी को किसी ऊँचे स्थान पर रखती थीं, किन्तु बाल गोपाल वहाँ तक भी पहुंचने में सफ़ल हो जाते थे। इसके लिये उनके दोस्त उनकी मदद करते थे। इसी घटना की याद में सभी कृष्ण भक्त दही हांडी का पर्व मनाते हैं। आयोजन प्रभारी शिक्षक प्रेमदास वैष्णव ने बताया कि मान्यताओं के अनुसार भगवान कृष्ण को मक्खन बहुत पसंद था और वे अक्सर अपने घर में रखे बर्तनों से इसे चुरा लेते थे. इसलिए, उन्हें प्यार से ‘माखन चोर’ कहा जाता है, मक्खन इकट्ठा करने के लिए, कृष्ण और उनके दोस्त मानव पिरामिड बनाते थे. वहाँ से, वे मक्खन को आपस में बांटते और उसका आनंद लेते यही परम्परा आज भी जीवित है। इस अवसर पर प्रधान-पाठक उमेश पांडेय, शिक्षक सबीरुद्दीन शेख, रामपाल सिंह, परमेश्वर देवांगन, प्रेमदास वैष्णव, आशीष ठाकुर, शिक्षिका लता बंजारे, शालनी साहू सहित स्कूल परिवार के सभी विद्यार्थी उपस्थित रहे।