
लोरमी -स्थानीय विश्राम गृह में लोरमी के काव्य प्रेमियों और डां सुरेन्द्र दुबे के प्रशंसकों ने ,डां दुबे को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए उन्हे वाचिक परंपरा में छत्तीसगढ़ का वैश्विक राजदूत बताया ,वक्ताओं नें बताया कि विश्व के उस हर कोनें में जहां हिन्दी कवि सम्मेलन होते हैं वहां छत्तीसगढ़ और छत्तीसगढी़ के ध्वज वाहक के रूप में डां सुरेन्द्र दुबे नें अपनी उपस्थिति दर्ज करायी
अपनें हास्य कविताओं के माध्यम से गहन सामाजिक संदेह देनें वाले डां सुरेन्द्र दुबे जी के निधन से साहित्याकाश का एक सूर्य का अस्त हो गया ,उनके निधन से आयी रिक्तता को भर पाना संभव नहीं है
इस श्रद्धांजलि सभा में दिनेश गौराहा,सत्यनारायण तिवारी ,अनिल सलूजा ,संजय त्रिपाठी , राजकुमार कश्यप ,प्रशांत शर्मा ,सुजीत वर्मा (अध्यक्ष नगर पालिका लोरमी),नूतन गुप्ता,घनश्याम यादव,संतोष साहू,रवि शर्मा ,नरेन्द्र खत्री ,घनश्याम खत्री,सुनील यादव ,वेदराम यादव,नगेन्द्र राजपूत,राहुल चौबे,अभिजीत तिलक ,बनवारी अग्रवाल,विनोद तिवारी, अक्षत शर्मा,नरेन्द्र राठौर ,नरेन्द्र नितेश अग्रवाल,नरेंद्र पाटकार के साथ बडी़ संख्या मे काव्य प्रेमी, जनप्रतिनिधि, और गणमान्य नागरिक उपस्थित थें इस श्रद्धांजलि सभा का आयोजन वरिष्ठ पत्रकार प्रशांत शर्मा और कवि सम्मेलन आयोजन समिति, विकास मंच के द्वारा किया गया तथा संचालन कवि संस्कार साहू द्वारा किया गया..