मुख्यमंत्री शिक्षा गुणवत्ता सामाजिक अंकेक्षण अभियान के तहत मुंगेली के स्कूलों में हुआ आकलन, शिक्षा गुणवत्ता सुधार को लेकर समुदाय दिखा उत्साह

मुंगेली न्यूज़ डेस्क✍️राज्य में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा सुनिश्चित करने के उद्देश्य से स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा मुख्यमंत्री शिक्षा गुणवत्ता अभियान के अंतर्गत राज्यभर में शालाओं का सामाजिक अंकेक्षण प्रारंभ किया गया है। यह अंकेक्षण प्रदेश की लगभग 58,000 शालाओं में एक साथ किया जा रहा है।
इसी क्रम में बुधवार को मुंगेली जिले के सभी विद्यालयों में सामाजिक अंकेक्षण का आयोजन किया गया। यह कार्य जिला परियोजना अधिकारी एवं जिला पंचायत सीईओ के मार्गदर्शन तथा जिला शिक्षा अधिकारी के निर्देशन में संपन्न हुआ।मुख्य गतिविधियाँ और उद्देश्यशासकीय प्राथमिक शाला नुनियाकछार में भी ऑडिट टीम ने स्थल निरीक्षण किया।टीम लीडर अधिकारी पुष्पा देवी साहू, राजू सिंह मार्को एवं शैक्षिक समन्वयक नेमीचंद भास्कर ने बताया कि इस अभियान का प्रमुख उद्देश्य स्कूलों की शिक्षा गुणवत्ता का मूल्यांकन कर रैंकिंग तय करना है।समुदाय को विद्यालयों की प्रगति में सक्रिय भागीदारी के लिए प्रेरित किया जा रहा है।अंकेक्षण टीम ने विद्यार्थियों से लगभग 20 प्रश्नों पर आधारित मूल्यांकन किया।समुदाय की सहभागितासामाजिक अंकेक्षण के दौरान गांव के सरपंच विनय कुमार बंजारे, शाला प्रबंधन समिति अध्यक्ष महेंद्र निषाद, पंच प्रतिनिधि बिहारी यादव एवं प्रेम डाहिरे, भूतपूर्व सैनिक ईश्वर सिंह ठाकुर, महिला स्व-सहायता समूह की सदस्याएं, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, पालकगण एवं ग्रामवासी बड़ी संख्या में उपस्थित रहे।शिक्षकों की रायशिक्षक दुर्गेश देवांगन ने कहा कि यह प्रक्रिया मात्र औपचारिकता नहीं है, बल्कि बच्चों की वास्तविक शैक्षणिक स्थिति को सुधारने का सुनहरा अवसर है।
उन्होंने कहा कि इस पहल से न केवल विद्यार्थियों की उपलब्धि में सुधार होगा, बल्कि विद्यालयों का संपूर्ण कायाकल्प भी सुनिश्चित किया जाएगा।





