*जनसंख्या वृद्धि की गति को कम करना आर्थिक विकास,स्वास्थ्य और सामाजिक स्थिरता के लिए जरूरी -डॉ मनीष बंजारा*
*प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पदमपुर में जनसंख्या स्थिरीकरण पखवाड़ा आयोजित*

मुंगेली ✍️मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ शीला साहा व जिला कार्यक्रम प्रबंधक गिरीश कुर्रे के निर्देशानुसार प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पदमपुर में जनसंख्या स्थिरीकरण पखवाड़ा का आयोजन किया गया । इसका आयोजन 11 जुलाई से 18 जुलाई 2025 तक किया जाएगा। भारत सरकार के द्वारा इस वर्ष जनसंख्या स्थिरीकरण पखवाड़ा 2025 का स्लोगन ‘‘मॉं बनने की उम्र वही, जब तन और मन की तैयारी सही ’’ रखा गया है।
डॉ मनीष बंजारा ने बताया कि जनसंख्या स्थिरीकरण पखवाड़ा के दौरान जनसंख्या स्थिरीकरण के प्रति लोगों के बीच जागरूकता फैलाना एवं परिवार नियोजन के विभिन्न उपायों के संबंध में प्रोत्साहित किया गया
उन्होंने कहा कि संतुलित आर्थिक विकास के लिए जनसंख्या सस्थिरीकरण आवश्यक है. जनसंख्या स्तरीकरण का तात्पर्य है जनसंख्या वृद्धि दर को इस स्तर पर जाना, जहां जन्म दर और मृत्यु दर के बीच संतुलन बना रहे.जनसंख्या स्तरीकरण भारत के सतत विकास, संसाधनों के संरक्षण और सामाजिक स्थिरता के लिए अत्यंत जरूरी है।
आगे कहा की देश की बढ़ती जनसंख्या को ध्यान में रखते हुए जनसंख्या वृद्धि की गति को नियंत्रित करना, संसाधनों के संतुलित उपयोग को सुनिश्चित करना एवं नागरिकों को बेहतर जीवन स्तर प्रदान करना है। जनसंख्या नियंत्रण हेतु जागरूकता शहरी क्षेत्र के साथ ग्रामीण क्षेत्रों में भी अति आवश्यक है, परिवार नियोजन के उपायों जैसे गर्भनिरोधक साधनों की उपलब्धता और जागरूकता ग्रामीण क्षेत्रों तक फैलाना है। जनसंख्या नियंत्रण के प्रयासों को सफल बनाएं। यह न केवल देश के भविष्य के लिए जरूरी है, बल्कि हर परिवार के आर्थिक, सामाजिक और स्वास्थ्य संबंधी हितों के लिए भी आवश्यक है। परिवार नियोजन विशेष रूप से जन्मों के बीच अंतराल बनाए रखने से, मातृ मृत्यु दर और शिशु मृत्यु दर को कम करने में मदद करता है। परिवार नियोजन, गर्भनिरोधक विधियों का उपयोग करके, अनचाहे गर्भधारण को रोकने में मदद करता है, जो महिलाओं के स्वास्थ्य और कल्याण पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकता है। परिवार नियोजन व्यक्तिगत और सामुदायिक कल्याण के लिए एक महत्वपूर्ण उपकरण है, जो बेहतर स्वास्थ्य, आर्थिक स्थिरता, और सामाजिक कल्याण में योगदान देता है। अंत में आबादी पर करो नियंत्रण
तरक्की को दो आमंत्रण के नारे भी लगाए।
इस अवसर पर सीमा पहारी, मिथलेश राठौर,सुनीता मिरि, मोनिका, किशोर, दिवाकर जलेश्वरी सुधा त्रिवेणी उपस्थित रहे।