झाड़फूंक के नाम पर 7 साल के मासूम की बलि, 5 आरोपी गिरफ्तार, मुंगेली पुलिस ने किया सनसनीखेज हत्याकांड का खुलासा

खबरदार न्यूज़ मुंगेली✍️: मुंगेली जिले से एक दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है। झाड़फूंक और तंत्र-मंत्र के अंधविश्वास में डूबी एक घटना ने पूरे इलाके को हिलाकर रख दिया है। सात साल की मासूम बच्ची लाली उर्फ महेश्वरी गोस्वामी की हत्या कर दी गई। पुलिस ने इस जघन्य वारदात में शामिल पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। ये सभी आरोपित बच्ची को झरन नामक काली पूजा पद्धति के लिए ले गए थे, जहां उसकी बलि दी गई।
घटना लोरमी थाना क्षेत्र के ग्राम कोसाबाड़ी की है, जहां 11 अप्रैल की रात लाली नाम की बच्ची अपने घर से रहस्यमयी ढंग से लापता हो गई थी। परिजनों की रिपोर्ट पर पुलिस ने अपहरण का मामला दर्ज किया और जांच शुरू की। जांच के दौरान पुलिस को गांव के पास एक खेत में खोपड़ी और अस्थियां मिलीं। डीएनए जांच में पुष्टि हुई कि ये अवशेष उसी बच्ची के हैं। मामले की गहराई से जांच करते हुए पुलिस ने पाया कि इस हत्या के पीछे तंत्र-मंत्र और झाड़फूंक के जरिए धन कमाने का अंधविश्वास था। आरोपी चिम्मन गिरी, उसकी पत्नी ऋतु गोस्वामी, नरेन्द्र मार्को, आकाश मरावी और रामरतन निषाद ने बच्ची को सोते समय अगवा कर श्मशान के पास झरन पूजा के दौरान उसकी बलि दे दी।
पुलिस जांच में नार्को टेस्ट और ब्रेन मैपिंग के जरिए आरोपियों की साजिश का खुलासा हुआ। आरोपी ऋतु गोस्वामी को पहले से ही एक लोन धोखाधड़ी मामले में भी गिरफ्तार किया गया है। जहां एक तरफ देश विज्ञान और टेक्नोलॉजी में आगे बढ़ रहा है, वहीं झाड़फूंक और काले जादू जैसे अंधविश्वास आज भी मासूमों की बलि ले रहे हैं। यह मामला सिर्फ एक बच्ची की हत्या नहीं, बल्कि हमारे समाज की सोच पर भी सवाल खड़े करता है।