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1 फरवरी को पेश होगा अंतरिम बजट, निर्मला सीतारमण के नाम दर्ज हो जाएगा ये खास रिकॉर्ड


नई दिल्ली। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण 1 फरवरी को सदन में अंतरिम बजट पेश करेंगी। इस बजट के साथ हो उनके नाम एक खास रिकॉर्ड दर्ज हो जाएगा। निर्मला सीतारमण लगातार छठी बार बजट पेश करने जा रही हैं।बजट पेश करने के साथ ही वह लगातार पांच पूर्ण बजट और एक अंतरिम बजट पेश करने वाली देश की दूसरी वित्त मंत्री बन जाएंगी। अब तक यह उपलब्धि केवल पूर्व पीएम मोरारजी देसाई के नाम है।

 

 निर्मला सीतारमण पूर्व पीएम मनमोहन सिंह, अरुण जेटली, पी चिदंबरम और यशवंत सिन्हा जैसे पूर्व वित्त मंत्रियों के रिकॉर्ड को भी पीछे छोड़ देंगी। इन बड़े नेताओं लगातार पांच बार बजट पेश किये। 2024 के आम चुनाव के बाद नई सरकार के गठन के बाद 2023-24 का पूर्ण बजट पेश किया जाएगा।

 

अंतरिम बजट 2024 की तैयारी अंतिम चरण में पहुंच गई है। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण और मंत्रालय के शीर्ष अधिकारियों की उनकी टीम इसे अंतिम रूप दे रही है। ‘हलवा समारोह’ के बाद पूर्ण गोपनीयता सुनिश्चित करने के लिए नॉर्थ ब्लॉक को लॉक-डाउन में डाल दिया गया है। इसलिए होती है अंतरिम बजट की आवश्यकताअंतरिम बजट की आवश्यकता इसलिए होती है क्योंकि सरकार चलाने के लिए भारत की संचित निधि से धन निकालने के लिए संसद से नए सिरे से मंजूरी की जरूरत होती है। मौजूदा 2023-24 बजट इस वर्ष 31 मार्च तक ही वैध है। चूंकि इस साल अप्रैल-मई में लोकसभा चुनाव हो रहे हैं, इसलिए नई सरकार के सत्ता संभालने तक देश को चलाने के लिए धन की आवश्यकता होगी। अंतरिम बजट एक व्यावहारिक व्यवस्था है जो सरकार को इस अंतर को भरने में सक्षम बनाती है। रखा जाता है इन विषयों का ध्यान सरकार अंतरिम बजट के दौरान कोई बड़ी नीतिगत घोषणा नहीं करती है जिससे पूर्ण केंद्रीय बजट पेश करने वाली अगली निर्वाचित सरकार पर वित्तीय बोझ पड़ सकता है।

चुनाव आयोग की आचार संहिता के मुताबिक सरकार अंतरिम बजट में कोई बड़ी योजना शामिल नहीं कर सकती क्योंकि इससे मतदाता प्रभावित हो सकते हैं। सरकार अंतरिम बजट के साथ आर्थिक सर्वेक्षण भी पेश नहीं करती है जो मुख्य बजट पेश होने से एक दिन पहले किया जाता है।


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