नेवासपुर गांव दो दिन से अंधेरे में, ट्रांसफार्मर खराब होने से ग्रामीण बेहाल

मुंगेली। ग्राम पंचायत नेवासपुर पिछले दो दिनों से घोर अंधकार में डूबा हुआ है। गांव का 100 केवीए का ट्रांसफार्मर खराब हो जाने से 1100 से अधिक ग्रामीणों की जिंदगी प्रभावित हो गई है। न सिर्फ ग्रामीणों की दिनचर्या अस्त-व्यस्त है, बल्कि विद्यार्थियों की पढ़ाई और किसानों की सिंचाई का काम भी ठप पड़ गया है।
ग्रामीणों का आरोप है कि वे लगातार बिजली विभाग के दफ्तर के चक्कर काट रहे हैं, लेकिन उन्हें हर बार “जल्दी ट्रांसफार्मर बदल देंगे” या “ट्रांसफार्मर उपलब्ध नहीं है” जैसे बहाने सुनने को ही मिलते हैं। हालात यह हैं कि मरम्मत की बजाय विभागीय अधिकारी केवल आश्वासन देकर मामले को टालते रहे हैं।
सरपंच प्रतिनिधि ने बताया कि ग्रामीणों ने पहले ही पंचायत के लिए बड़े क्षमता वाला ट्रांसफार्मर उपलब्ध कराने का प्रस्ताव रखा था। उनका कहना है कि इतने बड़े पंचायत के लिए 100 केवीए का ट्रांसफार्मर बेहद छोटा है और बार-बार खराब होने से पूरा गांव गंभीर परेशानी में रहता है।
ज्यादा नाराज़गी छात्रों, किसानों और महिलाओं में देखी जा रही है। विद्यार्थियों ने कहा कि अंधेरे में पढ़ाई कर पाना असंभव हो चुका है जबकि किसानों ने बताया कि सिंचाई कार्य रुक जाने से फसलों पर संकट मंडरा रहा है। वहीं, महिलाओं और बुजुर्गों का कहना है कि लगातार अंधेरे में रहना अब असहनीय हो गया है।
ग्रामीणों ने बिजली विभाग की लापरवाही पर कड़ा सवाल उठाते हुए कहा—“क्या विभागीय अधिकारी तभी सुध लेंगे जब हम आंदोलन शुरू करेंगे?” ग्रामीणों में आक्रोश का माहौल





