शासन के निर्देशों की अवहेलना, ना अतिशेष शिक्षकों की सूची ना दावा आपत्ति का समय फिर भी कल होगा शिक्षकों का युक्तियुक्तकरण के लिए काउंसलिंग

मुंगेली खबरदार न्यूज़ ✍🏻ना अतिशेष शिक्षकों की सूची ना ही दावा आपत्ति का समय देना जिला शिक्षा अधिकारी तथा जिला प्रशासन के कार्यशैली पर संदेह उत्पन्न करता है – मुंगेली युक्तियुक्तकरण की प्रक्रिया में राज्य के निर्देश से अलग जिले में हो रही है दर्ज संख्या की गणना शिक्षक साझा मंच ने आज मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत मुंगेली से मिलकर जताई आपत्ति – स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा इन दिनों युक्तियुक्तकरण की प्रक्रिया चल रही है। शिक्षक साझा मंच जिला मुंगेली ने कल कलेक्टर मुंगेली को ज्ञापन सौंप कर कहा कि मुंगेली जिले में अतिशेष शिक्षकों की गणना शासन के निर्देशानुसार नहीं हो रहा है प्रतिनिधिमंडल ने बताया कि शासन द्वारा स्कूलों की दर्ज संख्या 31 मार्च 2025 की स्थिति में गणना किया जाना है और उसके अनुसार ही शिक्षकों को अतिशेष की सूची में प्रदर्शित करना है किंतु मुंगेली जिले में 31 मार्च 2025 की दर्ज संख्या में लगातार अनुपस्थित विद्यार्थियों की संख्या को घटाकर दर्ज संख्या की गणना की जा रही है जो कि शासन के निर्देश के अनुरूप नहीं है। प्रदेश के अन्य जिलों में केवल दर्ज संख्या को आधार मानकर युक्तियुक्तकरण की कार्रवाई की जा रही है।
शिक्षक साझा मंच ने अपने ज्ञापन में कहा है की अतिशेष शिक्षकों की अंतिम सूची जारी करने के पूर्व अंतरिम सूची जारी कर दावा आपत्ति का अवसर प्रदान किया जाए, जिससे कि किसी अन्य शिक्षक अतिशेष घोषित न हो और उसे परेशानी का सामना करना न पड़े लेकिन शिक्षा अधिकारीके द्वारा ना तो सूची जारी की गई है और ना दावा आपत्ति का समय दिया गया है बिना दावा आपत्ति के समय दिए और सूची जारी के बिना काउंसलिंग की तिथि निर्धारित करना ही अपने आप में बड़ा संदेह को जन्म देता है साथ ही जिन शिक्षकों की सेवानिवृत्ति बहुत नजदीक है 1 या 2 माह से कम है उनके पद को रिक्त मानकर युक्तियुक्तकरण की प्रक्रिया अपनाने की मांग पदाधिकारीयों ने किया था जिसे भी नजर अंदाज कर दिया गया है जिससे कि शासन के मंशानुरूप बीच सत्र में विद्यालय में शिक्षकों की कमी हो जाएगी और वह विद्यालय फिर से एकल शिक्षकीय या शिक्षक विहीन हो जाएगा।