शहर में नशे का बढ़ता जाल: खुलेआम बिक रहा मौत का समान , नाबालिगों की जिंदगी हो रही बर्बाद…

खास खबर मुंगेली ✍🏻। नगर में नशे का अवैध कारोबार पांव पसार चुका है। नगर में सट्टा जुआ के अलावा अवैध रूप से गांजा, कोरेक्स सिरप और अन्य नशीली चीजों का युवा नशाखोरी करते देखे जा सकते है। इस घातक नशे को उपलब्ध कराने वाले संदिग्ध ठिकानों की जांच शुरू हो जाए तो नशे के सौदागर की जानकारी मिल सकती है। नशे के इस गिरप्त में ज्यादातर निम्न वर्ग के बच्चे शामिल है। आज के जमाने में युवाओं के लिए नशा फैशन बन चुका है। फिल्मों की तर्ज पर युवा अब नशीली दवाओं सहित अन्य मादक पदार्थो की सप्लाई भी शुरू हो गई है। इस नशे के गर्त में अधिकांश युवा आ जाते है। एक बार इसकी लत लग जाए तो फिर इसे छोड़ना आसान नहीं रहता। यह कारोबार अब धीरे धीरे पांव पसारता जा रहा है। जिले में ऐसे कई खुली जगह एवं मैदानों में जहां शाम ढलने के साथ इस नशे का दौर शुरू हो जाता है। खास बात यह है की इस ठिकानों में युवाओं की भीड़ रहती है। धुंए के सैलाब उठता है। पास से गुजरने वाले तक इस नशे की गंध को महसुस कर सकते है। इसके बाद भी ऐसे ठिकोंनो की जांच नही की जी रही है। पुलिस ऐसे ठिकानों की जांच नही करती, ऐसे में जांच की जरूरत महसुस हो रही है। नशे के लिए तरह-तरह की वस्तुए इस्तेमाल की जाती है। जहा खासकर यूवाओं में नशीली दवाओं में काफी क्रेज है। एक टैबलेट और कैप्शुल से काफी नशा हो जाता है। यह नशा मानव स्वास्थ के लिए काफी घातक है। यही वजह है, कि ऐसी दवाओं के विक्रय पर प्रतिबंध लगाया गया है। इसके बाद भी कुछ दवा दुकानदार अधिक मुनाफ कमाने के फेर में ऐसी नशीला दवाओं की ब्रिकी करते है। वर्तमान में ऐंसे संदिग्ध दवाओं की जांच की जरूरत महसूस की जा रही है। वैसे भी लम्बे समय से जिले की दवा दुकानों में जांच देखने को नही मिलती है। जहां एक ओर शराब बंदी की बात कही जा रही है और सरकारी खुले दुकानों को बंद करने की मुहिम चल रही है वही दूसरी ओर शहर एवं ग्रामीण क्षेत्रों में अवैध शराब बिक्री के चलते जहां शासन को चपत लग रही है वही दूसरी ओर अवैध शराब की बिक्री करने वालो पर लगाम लगाने में पुलिस और आबकारी विभाग की टीम बेबस नजर आ रही है