भूपेश के घर फिर पहुंची ईडी: पूर्व सीएम के भिलाई निवास में छापा, शराब घोटाले की जांच

पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के घर पहुंची ED की टिम, जांच और पूछताछ जारी

रायपुर। पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के निवास में ED की टिम फिर पहुंची है। सुबह 6 बजे दो गाड़ियों में 8 अधिकारी उनके निवास पहुंचे। घर के अंदर अधिकारी जांच कर रहे और पूछताछ की जा रही है। निवास के बाहर पुलिस की तगड़ी व्यवस्था है। बताया जा रहा है यह रेड शराब घोटाले को लेकर की गई है। छापे की खबर भूपेश बघेल ने अपने सोशल मीडिया में खुद शेयर की है। सूचना मिलते ही कांग्रेस के कार्यकर्ता उनके निवास पहुंचने लगे है।
ईडी की जांच में इस घोटाले का खुलासा हुआ हैं। पार्ट-A कमीशन में कई डिस्टिलरियों से प्रति केस शराब की खरीद पर रिश्वत ली गई है। पार्ट-B में कच्ची शराब बेची गई। बिना किसी रिकॉर्ड के देशी शराब बेची गई, जिससे राज्य सरकार को कोई राजस्व नहीं मिल। पार्ट-C कमीशन : डिस्टिलर्स से रिश्वत लेकर उन्हें बाजार में हिस्सा तय करने का मौका दिया गया। FL-10A लाइसेंस में विदेशी शराब सेगमेंट में रिश्वत के जरिए कमाई की गई। 2100 करोड़ रुपये का अवैध धन घोटाले से जुड़ा हुआ है।
ईडी की जांच में यह भी सामने आया है कि इस घोटाले से राज्य को भारी आर्थिक नुकसान हुआ है। जबकि सिंडिकेट के सदस्यों ने 2100 करोड़ रुपये से अधिक की अवैध कमाई की है। इस मामले में पहले भी गिरफ्तारियां हो चुकी हैं।
सीबीआई ने कहा था कि बघेल घोटाले के लाभार्थियों में से एक हैं। बघेल को FIR में 19 नामजद आरोपियों में से छठवें आरोपी के रूप में लिस्ट किया गया है। सीबीआई ने महादेव सट्टेबाजी ऐप घोटाला में दर्ज की गई एफआईआर में छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता भूपेश बघेल को आरोपी के रूप में नामित किया था।
छत्तीसगढ़ पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा (ईओडब्ल्यू) की ओर से 5,000 करोड़ रुपये से अधिक के इस घोटाले में दर्ज एफआईआर में बघेल का नाम शामिल था। ईओडब्ल्यू ने प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की तरफ से इस मामले में दर्ज मनी लॉन्ड्रिंग केस के आधार पर एफआईआर दर्ज की थी। बघेल को एफआईआर में 19 नामजद आरोपियों में से छठे आरोपी के रूप में सूचीबद्ध किया गया है।