
मुंगेली 10/07/2025// शिक्षा के क्षेत्र में मुंगेली को एक नई पहचान दिलाने और शिक्षा गुणवत्ता सुनिश्चित सुनिश्चित करने कलेक्टर कुन्दन कुमार, पुलिस अधीक्षक भोजराम पटेल,जिला पंचायत सीईओ प्रभाकर पांडेय के मार्गदर्शन में 90 प्लस परीक्षा परिणाम अभियान चलाया जाएगा। इस संबंध में जिला कलेक्टोरेट स्थित मनियारी सभा कक्ष में कलेक्टर कुन्दन कुमार ने संबंधित अधिकारियों की बैठक ली। बैठक में इस अभियान की कार्ययोजना पर विस्तृत चर्चा की गई। कलेक्टर कुन्दन कुमार ने कहा कि कक्षा 10वीं और 12वीं के छात्रों के बोर्ड परीक्षा परिणामों को बेहतर बनाने एवं शैक्षणिक गुणवत्ता को बेहतर करने के उद्देश्य से 90 प्लस परीक्षा परिणाम अभियान’ की शुरुआत की गई है। इस अभियान का मुख्य उद्देश्य अधिक से अधिक विद्यार्थियों को 90 प्रतिशत या उससे अधिक अंक दिलाना है। जिला प्रशासन एवं शिक्षा विभाग के संयुक्त प्रयास से संचालित इस पहल में शिक्षकों, पालकों और छात्रों की सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित की जा रही है। कलेक्टर ने कहा कि 90 प्लस परीक्षा परिणाम अभियान न केवल परीक्षा परिणाम सुधारने की दिशा में एक प्रयास है, बल्कि यह जिले की शिक्षा प्रणाली को मजबूत करने एवं विद्यार्थियों में आत्मविश्वास जगाने की दिशा में भी एक ठोस कदम है। कलेक्टर ने विशेष रूप से अंग्रेज़ी शिक्षा पर ज़ोर देते हुए प्रशिक्षण की बेहतर व्यवस्था करने के निर्देश दिए, साथ ही उन्होंने कि विद्यालयों में अंग्रेज़ी शिक्षा के लिए भी अनुकूल माहौल तैयार करने कहा। उन्होंने शिक्षकों को निर्देशित किया कि विषयवार व्हाट्सएप ग्रुप बनाए जाएं जिनमें छात्र अपने डाउट्स भेजें और शिक्षक वीडियो कॉल के माध्यम से डाउट क्लियर करें। साथ ही उन्होंने सुझाव दिया कि डाउट के समाधान वाले यूट्यूब लिंक भी ग्रुप में साझा किए जाएं जिससे छात्रों को तुरंत मदद मिल सके। उन्होंने स्कूल के बच्चों के व्यक्तित्व विकास के लिए भी बेहतर माहौल तैयार करने की बात कही। उन्होंने स्कूलों में शत प्रतिशत बच्चों की उपस्थिति, पाठ्यक्रम समय पर पूर्ण करने तथा शिक्षा गुणवत्ता को बढ़ाने आदि आवश्यक दिशा निर्देश दिए।
एसपी भोजराम पटेल ने कहा कि विद्यार्थियों के बीच ऐसा शैक्षणिक वातावरण तैयार करें जिसमें विद्यार्थी सहज और आत्मविश्वास से भरपूर महसूस करें। 90 प्लस अभियान निश्चित रूप से बच्चों के शैक्षणिक प्रगति के साथ आत्मविश्वास को बढ़ाने में कारगर सिद्ध होगा
जिला पंचायत सीईओ प्रभाकर पांडे ने कहा कि जिन छात्रों को 50 प्रतिशत से कम अंक प्राप्त होंगे, उनके लिए अतिरिक्त कक्षाएं संचालित कर उन्हें अन्य छात्रों के समकक्ष लाने का प्रयास किया जाएगा। इस अभियान को क्रियान्वित करने के लिए प्रत्येक विकासखंड एवं जिला स्तर पर विशेष शिक्षकों की समितियाँ गठित की गई हैं, जो लगातार निगरानी, मार्गदर्शन और मूल्यांकन की रिपोर्ट तैयार कर शिक्षा अधिकारियो को प्रस्तुत करेंगी।
जिला शिक्षा अधिकारी सी.के. धृतलहरे ने बताया कि अभियान के तहत जिले के प्रत्येक हाई एवं हायर सेकेंडरी स्कूलों में शिक्षण कार्य को नियमित और प्रभावी बनाने के लिए जुलाई से दिसंबर 2025 तक समूचे पाठ्यक्रम को पूर्ण कराने की समयबद्ध योजना तैयार की गई है। छात्रों की नियमित उपस्थिति सुनिश्चित करने के लिए सख्त मॉनिटरिंग की व्यवस्था की जा रही है, वहीं शिक्षकों की उपस्थिति और शिक्षण गुणवत्ता पर भी विशेष ध्यान दिया जा रहा है। इसके साथ ही प्रत्येक विद्यालय में मासिक मूल्यांकन परीक्षाएं आयोजित की जाएंगी, जिसके माध्यम से कमजोर छात्रों की पहचान कर उनके लिए विशेष सुधारात्मक शिक्षण की व्यवस्था की जाएगी। प्रत्येक विषय के लिए विषयवार मास्टर ट्रेनर चयनित किए जा रहे हैं, जिन्हें जिला स्तर पर प्रशिक्षण प्रदान कर उनके माध्यम से अन्य शिक्षकों को प्रशिक्षित किया जाएगा। यह प्रशिक्षक अपनी संस्थाओं में शिक्षण पद्धति को प्रभावी रूप से लागू करेंगे। जिन विद्यालयों में किसी विषय के शिक्षक उपलब्ध नहीं हैं, वहाँ वैकल्पिक व्यवस्था की जाएगी ताकि शिक्षण कार्य बाधित न हो। विद्यालयों में नियमित रूप से पालक-शिक्षक समिति की मासिक बैठकें भी आयोजित की जाएंगी, जिनमें छात्रों की शैक्षणिक प्रगति पर चर्चा कर आवश्यक निर्णय लिए जाएंगे। अभियान के अंतर्गत उनके लेखन कौशल को सुधारने के लिए उत्तर लेखन का अभ्यास भी कराया जाएगा।
इस अवसर पर विकासखंड शिक्षा अधिकारियों सहित विभाग के अन्य अधिकारी कर्मचारी मौजूद रहे।